डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के कारण दांत खराब हो जाते हैं। डायबिटीज में डेंटल केयर आदतों को फॉलो करके आप दांतों को स्वस्थ रख सकते हैं।
डायबिटीज में मरीजों को डेंटल समस्याएं होती हैं। इससे मुंह में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं। बैक्टीरिया, प्लाक का निर्माण करते हैं जिससे दांत और मसूड़ों को नुकसान पहुंचता है। डायबिटीज के कारण ब्लड वैसल्स पर बुरा असर पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है जिस वजह से दांतों और मसूड़ों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता। इस वजह से दांत और मसूड़े कमजोर हो जाते हैं। डायबिटीज के कारण शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है जिससे इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है और मसूड़े की सूजन और पायरिया की समस्या हो सकती है। डायबिटीज में घाव भरने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है। इससे मुंह के छोटे घाव भी जल्दी नहीं भर पाते और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। जो लोग, डायबिटीज के स्तर को कंट्रोल नहीं रख पाते, उन्हें दांतों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस लेख में जानें ऐसी 5 हेल्दी डेंटल केयर आदतें जिन्हें फॉलो करके आप दांतो की समस्याओं से बच सकते हैं।
1. दांतों की फ्लॉसिंग करें-
दिन में कम से कम एक बार फ्लाॅस करें। फ्लॉस से दांतों के बीच का खाना और प्लाक निकालने में मदद मिलती है, जिसे ब्रशिंग से नहीं हटाया जा सकता। फ्लॉसिंग दांतों के बीच फंसे खाने के कारण पनप रहे बैक्टीरिया को हटाकर मुंह की बदबू को कम करता है।
2. माउथवॉश का इस्तेमाल करें-
दांतों को स्वस्थ रखना है और ओरल समस्याओं से बचना है, तो माउथवॉश का इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि ऐसा माउथवॉश खरीदें जो एंटीसेप्टिक माउथवॉश का इस्तेमाल करें। माउथवॉश की मदद से बैक्टीरिया को खत्म करने और मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद मिलजती है।
3. नियमित रूप से दांतों को ब्रश करें-
दिन में कम से कम 2 बार ब्रश करें। नियमित ब्रशिंग से मुंह में जमे हुए खाने के कण, बैक्टीरिया और प्लाक को हटाया जा सकता है, जिससे मुंह साफ रहता है। नियमित ब्रशिंग से मसूड़ों की सूजन (Gingivitis) और पायरिया (Periodontitis) जैसी समस्याओं को रोका जा सकता है। नियमित ब्रशिंग दांतों को मजबूत बनाए रखती है और उसे टूटने या गिरने से बचाती है।
4. खाने के बाद मुंह की सफाई करें-
खाने के बाद, मुंह की सफाई करें। इससे खाना, दांतों में फंसता नहीं है और भोजन के कण निकल जाने से कैविटी की समस्या नहीं होती। खाने के बाद, साफ पानी से कुल्ला करें और रात को सोने से पहले दांतों की सफाई करें। कुछ भी मीठा खाने के बाद, पानी जरूर पिएं और ड्राई माउथ की समस्या से बचें।
5. हर 6 महीने में डेंटल चेकअप करवाएं-
हर 6 महीने में कम से कम एक बार डेंटल चेकअप जरूर करवाएं। इससे दांतों की समस्याओं को समय रहते ठीक किया जा सकता है। डायबिटीज में लोगों के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखना मुश्किल हो सकता है जिसके कारण दांतों में कैविटी, प्लाक जमने की समस्या हो जाती है। इससे बचने के लिए नियमित रूप से चेकअप करवाएं।
ब्लड शुगर लेवल की जांच करें और उसे कंट्रोल रखें। किसी भी तरह की दांत की समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
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