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अबॉर्शन के कितने दिनों के बाद एक्सरसाइज शुरू करना चाहिए, महिलाओं द्वारा पूछा गया एक कॉमन क्वेश्चन है। एक्सरसाइज शुरू करने से पहले बॉडी को दें प्रयाप्त आराम, एक्सपर्ट से जानें क्या है सही समय।

अबॉर्शन के बाद महिलाओं की बॉडी को रिकवर होने में समय लगता है। कुछ महिलाओं का शरीर जल्दी तो कुछ लंबे समय तक परेशान रहती हैं। अक्सर महिलाएं अबॉर्शन के बाद शारीरिक रूप से सक्रिय होने से जुड़े सवाल करती हैं। अबॉर्शन के कितने दिनों के बाद एक्सरसाइज शुरू करना चाहिए, महिलाओं द्वारा पूछा गया एक कॉमन क्वेश्चन है। इस विषय पर जरूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्थ शॉट्स ने विद्या नर्सिंग होम, बिजनौर की अब्स्टेट्रिशन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर नीरज शर्मा से बात की। डॉक्टर ने अबॉर्शन के बाद एक्सरसाइज शुरू करने का सही समय (Exercise after abortion) और तरीका बताने के साथ ही उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण पोस्ट अबॉर्शन केयर टिप्स भी दिए हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से

जानें अबॉर्शन के कितने दिनों के बाद एक्सरसाइज करना चाहिए (Exercise after abortion)
डॉक्टर नीरज के अनुसार “अबॉर्शन के बाद बॉडी को रिकवर होने में समय लगता है। ब्लीडिंग और कॉमन लक्षणों को नियंत्रित होने में लगभग एक हफ्ता लग जाता हैं। हालांकि, अलग-अलग महिला की रिकवरी टाइमिंग अलग-अलग हो सकती है। यह इसपर भी निर्भर करता है, की आपका अबॉर्शन कितने महीने में हुआ है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही शारीरिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। यदि आप चाहे तो एक हफ्ते के बाद योग, मेडिटेशन और सामान्य एक्सरसाइज में पार्टिसिपेट कर सकती हैं, परंतु इंटेंस एक्सरसाइज में पार्टिसिपेट करने के लिए कम से कम 5 से 6 हफ्तों का गैप होना चाहिए। वो भी पहले आपको अपनी बॉडी की जांच करनी है, की वे अब पूरी तरह से रिकवर हो चुकी है या नहीं। यदि थोड़ी भी समस्या महसूस हो रही हो तो भारी शारीरिक गतिविधियों में भाग न लें।”

यहां जानें पोस्ट एबॉर्शन टिप्स (Post abortion care tips)
1. दर्द के लिए अपनाएं हॉट कंप्रेस
आप पोस्ट एबॉर्शन दर्द को अवॉयड करने के लिए डॉक्टर द्वारा सुझाए पेन किलर ले सकती हैं, हालांकि, एस्पिरिन न लें क्योंकि इससे ब्लीडिंग बढ़ सकती है।

दवाइयों के अलावा दर्द को नियंत्रित करने के लिए आप कुछ चीजें कर सकती हैं:

अपने पेट के निचले हिस्से पर हीटिंग पैड या गर्म (गर्म) पानी की बोतल को तौलिए में लपेटकर रखें।

आरामदायक, ढीले-ढाले कपड़े पहनें।

सुनिश्चित करें कि आप घर पर सहज और तनावमुक्त हैं, और शरीर को पर्याप्त आराम दें।

2. ब्लीडिंग और स्पॉटिंग का ध्यान रखें (bleeding and spotting)
हर किसी का शरीर और उसका अनुभव अलग-अलग होता है और आपके मासिक धर्म की तरह ही, ब्लीडिंग और ऐंठन भी घट-बढ़ सकती है और हर किसी के लिए अलग-अलग होती है। गर्भपात के बाद, ज़्यादातर लोगों को कुछ समय के लिए रुक-रुक कर ब्लीडिंग होती है। गर्भपात की गोली का उपयोग करने के बाद, सबसे ज़्यादा ब्लीडिंग उस दिन होता है, जिस दिन मिसोप्रोस्टोल का उपयोग किया जाता है, लेकिन अगले कई हफ़्तों तक रुक-रुक कर रक्तस्राव होना कोई असामान्य बात नहीं है।

कुछ लोगों के लिए वास्तविक गर्भपात के अगले दिन बहुत कम रक्तस्राव होना भी सामान्य है। हम सुझाव देते हैं कि जब ब्लीडिंग ज़्यादा हो तो पैड का उपयोग करें, ताकि आप ट्रैक कर सकें कि आपको कितनी ब्लीडिंग हो रही है। जैसे ही आप तैयार महसूस करें, टैम्पोन या मासिक धर्म कप का उपयोग करना शुरू कर सकती हैं।

3. अदरक देगी मतली से रहत (nausea)
ज्यादातर महिलाओं को एबॉर्शन के बाद मतली से बहुत जल्दी राहत मिल जाती है। अगर आपको मतली या पेट की अन्य समस्याओं का अनुभव हो रहा है, तो ऐसे में हर्बल टी या अदरक का जूस पीने से आपको रहत मिलेगी।

4. 3 हफ्ते बाद करें प्रेगनेंसी टेस्ट
प्रेगनेंसी टेस्ट से पहले एबॉर्शन के 3 सप्ताह बाद तक प्रतीक्षा करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि गर्भपात के 3 हफ्ते बाद तक कुछ प्रेगनेंसी हार्मोन मौजूद हो सकते हैं, जो आपके प्रेगनेंट न होने पर भी पॉजिटिव रिजल्ट दे सकते हैं। यदि आपका प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव है, तो एक बार डॉक्टर से मिले और उनकी सलाह लें।

5. दोबारा कंसीव करने में समय लें
डॉक्टर के अनुसार एबॉर्शन के फ़ौरन बाद सेक्सुअली एक्टिव न हो,पहले शरीर को रिकवरी के लिए पर्याप्त समय दें। एबॉर्शन के तुरंत बाद आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना अधिक होती है, इसलिए जब आप फिजिकली एक्टिव हों तो प्रोटेक्शन का विशेष ध्यान रखें। वहीं दोबारा से हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए अपनी बॉडी को पूरी तरह तैयार होने दें। कम से कम 2 से 3 महीने का गैप रखना जरुरी है।



4. एबॉर्शन के तुरंत बाद नहाने से बचें
ज्यादातर महिलाएं एबॉर्शन के बाद ब्लीडिंग होने के कारन या घवराहट में नहाने चली जाती हैं, आपको अपने गर्भपात के 48 घंटे बाद तक नहीं नहाना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। आप शॉवर ले सकती हैं, लेकिन आपको चक्कर आ सकता है, इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए, अपने साथ किसी को ले जाएं।

5. भावनात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
एबॉर्शन के बाद भावनात्मक उपचार शारीरिक उपचार के बराबर महत्वपूर्ण होता है। इस कठिन वक्त में अपने करीबी लोगों के साथ रहें, ये लोग आपको इस समय के दौरान होने वाली भावनात्मक चुनौतियों और तनाव से निपटने में अमूल्य सहायता प्रदान कर सकते हैं। इसके साथ ही खुदको ऐसी गतिविधियों में व्यस्त रखें जिससे आपको ख़ुशी मिलती हों।

इन बातों का भी ध्यान रखें

  • एबॉर्शन के बाद इन्फेक्शन को अवॉयड करने के लिए एंटीबायोटिक्स को निर्धारित अनुसार लें और इंटिमेट एरिया को साफ रखें।
  • अपने डॉक्टर के साथ निर्धारित अपॉइंटमेंट को फॉलो-अप करें।
  • कुछ दिनों तक भारी वजन उठाने, झुकने या इंटेंस गतिविधियों से बचें।
  • पर्याप्त हाइड्रेशन ऊतक की मरम्मत और समग्र रिकवरी में सहायता करता है। खूब सारा पानी पिएं।
  • संभावित ब्लड लॉस के कारण, अपने आयरन के स्तर को फिर से बूस्ट करना महत्वपूर्ण है। अपने आहार में लीन मीट, पोल्ट्री, मछली, बीन्स, दाल, पालक और फोर्टिफाइड अनाज जैसे आयरन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  • प्रोटीन टिश्यू रिपेयर और इम्युनिटी के लिए महत्वपूर्ण है। लीन मीट, अंडे, डेयरी उत्पाद, टोफू, फलियां और नट्स जैसे स्रोतों को डाइट में शामिल करें।
  • विटामिन सी आयरन के अवशोषण में सहायता करता है और इम्युनिटी का समर्थन करता है। खट्टे फल, स्ट्रॉबेरी, शिमला मिर्च और ब्रोकली विटामिन सी के बेहतरीन स्रोत हैं।

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