किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है कि दोनों पार्टनर रिश्ते से पूरी तरह खुश हों। यदि एक भी पार्टनर रिश्ते से खुश नहीं है तो रिश्ता बहुत लंबा चलने वाला नही हैं। जानिए ऐसे संकेत जो बताते हैं कि रिलेशनशिप में आपका साथी खुश नहीं है।
किसी भी रिलेशनशिप में उतार-चढ़ाव का आना स्वाभाविक है। यदि रिश्ते में कभी-कभी हल्की फुल्की नोंकझोंक होती रहती है तो यह आपके रिश्तो को और भी ज्यादा मजबूत करने का काम करती है। लेकिन यदि यह नोंकझोंक रोजाना हो रही है तो यह रिश्ते के अच्छे न होने की ओर इशारा करती है। किसी भी रिश्ते को मजबूत और हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आपका पार्टनर आपसे पूरी तरह खुश रहे। यदि आपका साथी आपसे किसी बात को लेकर खुश नहीं है, तो इसे जाहिर करने के लिए वह कुथ इशारों का सहारा ले सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आप यह पता लगा सकते हैं कि आपका पार्टनर आपके साथ खुश है या नहीं? आइए जानते हैं क्या हैं वह संकेत..
कम्युनिकेशन गैप
किसी भी रिश्ते में कम्युनिकेशन गैप का आ जाना काफी खतरनाक संकेत होता है। यदि आपका साथी अकेले रहना ज्यादा पसंद करने लगा है और आपको उससे बात करने के लिए ज्यादा प्रयास करने पड़ते हैं। तो आप समझ लीजिए कि अब आपका पार्टनर आपके साथ खुश नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने साथी की भावनाओं की कद्र करें और उनके साथ खुले दिल से बात करें।
इमोशनल गैप
किसी भी रिश्ते की गहराई को नापने का सबसे अच्छा तरीका है कि उस रिश्ते में कितनी ज्यादा इमोशनल अटैचमेंट है। यदि आप ऐसा फील कर रहे हैं कि आपका साथी आपके साथ इमोशनली अटैच नहीं हो रहा है। तो यह इस बात का सीधा संकेत हैं कि वह आपके साथ खुश नहीं है। ऐसे में आपको चाहिए कि आप अपने पार्टनर के साथ अपने रिश्ते को इमोशनली मजबूत बनाएं।
रूटीन में अचानक बदलाव
यदि आपको अपने साथी के डेली रूटीन में कुछ अजीब परिवर्तन देखने को मिलता है, तो यह साफ संकेत है कि आपका पार्टनर अब आपके साथ खुश नहीं है। ऐसे में आप अपने साथी से बात करें और उसके इस परिवर्तन के पीछे के कारण को तलाशने की कोशिश करें। यदि कोई सही वजह सामने आती है तो उसे बदलने का प्रयास भी करें।
चिड़चिड़ा होना
यदि आपका साथी छोटी-छोटी बातों को लेकर चिड़ने लगा है या उसे जरा सी बात पर गुस्सा आ जाता है। तो यह संकेत है कि आपका साथी अब आपके साथ खुश नहीं रह पा रहा है। इसलिए आपको चाहिए कि आप इस बात को लेकर आपस में लड़ने की बजाय इस स्थिति को समझने की कोशिश करें और उसके ऐसा करने की वजह को जानने का प्रयास करें।