Overall Health

डेंगू एक प्रकार का संक्रमण है जो डेंगू वायरस (Dengue Virus) के कारण होता है। यह जानलेवा भी हो सकता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान डेंगू इंफेक्‍शन गंभीर हो सकता है और मां और गर्भस्‍थ श‍िशु दोनों के लिए कई संभावित जोखिम पैदा कर सकता है। डेंगू के गंभीर मामलों में गर्भपात का जोखिम बढ़ सकता है, खासकर अगर संक्रमण प्रेग्नेंसी के पहले तिमाही में होता है। डेंगू संक्रमण प्रीमैच्योर (समय से पहले) डिलीवरी का कारण बन सकता है। डेंगू संक्रमण से गर्भ में बच्चे के विकास पर असर पड़ सकता है, जिससे शिशु का वजन कम हो सकता है या अन्य विकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। डेंगू हो जाने के कारण प्लेसेंटा को नुकसान हो सकता है, जिससे बच्चे को जरूरी पोषक तत्व और ऑक्सीजन नहीं मिल पाते और इससे गर्भस्थ शिशु को खतरा हो सकता है। डेंगू से प्रेग्नेंसी में बीपी बढ़ सकता है, जिससे प्री-एक्लेम्पसिया (Pre-Eclampsia) जैसी स्थिति बन सकती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकती है। इस लेख में हम जानेंगे घातक डेंगू के चेतावनी संकेत, ज‍िनसे गर्भवती मह‍िलाओं के स्‍वास्‍थ्‍य को गंभीर नुकसान हो सकते हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई हॉस्‍प‍िटल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।

प्रेग्नेंसी में घातक डेंगू के चेतावनी संकेत
प्रेग्नेंसी के दौरान डेंगू एक गंभीर स्थिति हो सकती है और इसे अनदेखा नहीं क‍िया जा सकता। डेंगू के कुछ चेतावनी संकेत हैं जिन्हें पहचानना बहुत जरूरी है, खासकर अगर आप गर्भवती हैं-

  • 102°F से ऊपर का बुखार डेंगू का एक आम लक्षण हो सकता है। अगर बुखार लंबे समय तक बना रहता है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
  • डेंगू की गंभीर स्‍थ‍ित‍ि में अक्सर मांसपेशियों, जोड़ों और हड्डियों में तेज दर्द होता है।
  • माथे के पीछे तेज सिरदर्द महसूस होना डेंगू का एक प्रमुख संकेत हो सकता है।
  • डेंगू से प्रभावित होने पर त्वचा पर लाल चकत्ते या दाने हो सकते हैं, जो आमतौर पर 3-4 दिन बाद दिखाई देते हैं।
  • घातक डेंगू होने पर लगातार मतली या उल्टी की समस्या हो सकती है, जो शरीर में पानी की कमी का कारण बन सकती है।
  • डेंगू के गंभीर मामलों में, मसूड़ों या नाक से खून आना या पेशाब और मल में खून आना संभव हो सकता है।
  • अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो यह डेंगू के खतरनाक संकेतों में से एक हो सकता है।
  • पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द या सूजन भी डेंगू का एक गंभीर लक्षण है।
  • अगर बीपी बहुत कम हो जाता है, तो यह डेंगू शॉक सिंड्रोम का संकेत हो सकता है, जो मौत का कारण भी बन सकता है।
  • इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई देने पर, आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान डेंगू का सही समय पर इलाज करना जरूरी होता है ताकि मां और गर्भस्‍थ श‍िशु दोनों को सुरक्षित रखा जा सके।

 



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