डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, अब तक जो रिसर्च सामने आई है वेटलैंड वायरस मुख्य रूप से टिक के काटने से फैलता है। यह टिक मुख्य रूप से लाइम रोग या टिक-जनित एन्सेफलाइटिस वायरस बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं।
कोरोना वायरस के बाद चीन में एक और बड़ा वायरस सामन् आया है। इस नए वायरस का नाम वेटलैंड वायरस है। इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वेटलैंड वायरस टिक के काटने से फैलता है, लेकिन इसके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि वेटलैंड वायरस सीधे इंसान के दिमाग पर वार करता है। इस वायरस के कारण इंसान को कुछ विशेष प्रकार की मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं। वैज्ञानिकों ने नॉर्दन चीन में वेटलैंड वायरस की खोज की है। चीन के 17 अस्पताल के मरीजों में भी इस वायरस का पता लगाया, जिनमें टिक काटने के एक महीने के भीतर बुखार, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण विकसित हुए थे. कुछ भेड़, घोड़े, सुअर और अन्य जीवों में भी यह वायरस पाया गया है।
कैसे फैलता है वेटलैंड वायरस?- Causes of Wetland Virus
डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, अब तक जो रिसर्च सामने आई है वेटलैंड वायरस मुख्य रूप से टिक के काटने से फैलता है। यह टिक मुख्य रूप से लाइम रोग या टिक-जनित एन्सेफलाइटिस वायरस बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं। टिक्स छोटे अरचिन्ड होते हैं जो जानवरों और मनुष्यों के खून के जरिए भोजन करते हैं। चीन में वेटलैंड वायरस का जो मामला सामने आया है, उसमें, यह अनुमान लगाया गया है कि वायरस वेटलैंड या इसी तरह के वातावरण में रहने वाले टिक्स द्वारा फैला है, जिससे वायरस को इसका नाम मिला है।
वेटलैंड वायरस के लक्षण- Symptoms of Wetland Virus
वेटलैंड वायरस के गंभीर लक्षण क्या हैं, इस पर वर्तमान में वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। लेकिन वर्तमान में वेटलैंड वायरस के शुरुआती संकेत मिले हैं, उसके अनुसार इससे संक्रमित व्यक्ति में निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं:
बुखार: कई वायरल संक्रमणों में एक सामान्य लक्षण, अक्सर ठंड लगना।
थकान: व्यक्ति असामान्य रूप से थका हुआ या कमजोर महसूस कर सकता है।
सिरदर्द: लगातार सिरदर्द और गंभीर मामलों में सिरदर्द के कारण देखने में परेशानी आती है।
शरीर में दर्द: संक्रमण बढ़ने पर मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
वेटलैंड वायरस से बचाव के तरीके- वेटलैंड वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका टिक के काटने से बचना है। इसके अलावा आप इस वायरस से बचाव के लिए नीचे बताए गए उपाय अपना सकते हैं:
सुरक्षात्मक कपड़े पहनें: जब जंगल, घास वाले क्षेत्रों में जाएं, तो लंबी आस्तीन, लंबी पैंट और ऐसे जूते पहनें जो आपके पैरों को पूरी तरह से ढंकें।कीटनाशक का उपयोग करें: त्वचा और कपड़ों दोनों पर DEET या अन्य कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
टिक की जांच करें: बाहर समय बिताने के बाद, अपने शरीर पर टिक की अच्छी तरह जांच करें और किसी भी टिक को तुरंत हटा दें।
वेटलैंड वायरस से बचाव के लिए आप ऊपर बताए गए टिप्स को अपना सकते हैं। अगर आपको स्वयं में वेटलैंड वायरस के लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें।