बहुत से लोग फैट से पूरी तरह परहेज करते हैं, परंतु आपको मालूम होना चाहिए कि हेल्दी फैट यानी कि अनसैचुरेटेड फैट शरीर के लिए आवश्यक है। हेल्दी फैट शरीर में विटामिन डी को सपोर्ट करते हैं।
विटामिन डी और हेल्दी फैट दोनों ही आपकी बॉडी फंक्शन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विशेष रूप से जब विटामिन डी की बात आती है, तो हमें सनलाइट लेने की सलाह दी जाती है। भारत एक ऐसा देश हैं, जहां लोगों को 8 से 9 घंटे सूरज की रोशनी प्राप्त होती है, इसके बावजूद ज्यादातर लोगों की बॉडी में विटामिन डी की कमी पाई जाती है। जिसका सबसे बड़ा कारण है इस पोषक तत्व के प्रति जानकारी की कमी।
बहुत से लोग फैट से पूरी तरह परहेज करते हैं, परंतु आपको मालूम होना चाहिए कि हेल्दी फैट यानी कि अनसैचुरेटेड फैट शरीर के लिए आवश्यक है। हेल्दी फैट शरीर में विटामिन डी को सपोर्ट करते हैं। आज हम जानेंगे हेल्दी फैट और विटामिन डी के कनेक्शन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें। हेल्थ शॉट्स के साथ जानें विटामिन डी की कमी और इसे मेंटेन करने से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी (healthy fat to support vitamin d)।
शरीर के लिए क्यों जरूरी है विटामिन डी (importance of vitamin d)
1.विटामिन डी शरीर में कैल्शियम अवशोषण को बढ़ावा देती है, जिससे की हड्डियों की सेहत को बनाए रखना आसान हो जाता है।
2.विटामिन डी मांसपेशियों की सेहत और इसके मूवमेंट को बढ़ावा देती है।
3.शरीर में विटामिन डी की उचित मात्रा इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है, जिससे कि शरीर संक्रमण तथा बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रहता है।
4.विटामिन डी स्किन सेल्स के ग्रोथ को बढ़ाते हैं और इन्हें रिपेयर करते हैं। इसके साथ ही यह सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा को प्रोटेक्ट करते हैं।
5.विटामिन डी बॉडी इन्फ्लेमेशन को कम कर देती है, इस प्रकार क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन के कारण होने वाली बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
6. शरीर में विटामिन डी की उचित मात्रा प्रेगनेंसी कॉम्प्लिकेशंस को भी कम कर देती हैं, जैसे कि जेस्टेशनल डायबिटीज और प्रीमेच्योर बर्थ।
विटामिन डी डिफिशिएंसी से शरीर में नजर आने वाले लक्षण (symptoms of vitamin d deficiency)
मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द रहना
दर्द के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाना
शरीर में झनझनाहट और चुभन जैसे सेंसेशन महसूस होना
अत्यधिक थकान का अनुभव
हेयर फॉल
भूख में कमी आना
त्वचा का डल होना और पीला पड़ना
मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होना विशेष रूप से बाजू और जांघ के आसपास
हेल्दी फैट और विटामिन डी का कनेक्शन (ghee for vitamin d)
विटामिन डी की बात आते हैं सबसे पहले दिमाग में सनलाइट आता है, पर आपको बताएं की सनलाइट हमारी बॉडी में विटामिन डी को डायरेक्ट इंजेक्ट नहीं करता है। जब आप सूरज की रोशनी के संपर्क में आती है या जब त्वचा पर सूरज की रोशनी पड़ती है तो हमारी स्क्रीन के अंदर मौजूद कोलेस्ट्रॉल एक्टिवेट हो जाते हैं, जो आपकी बॉडी में विटामिन डी प्रोड्यूस करता है और इसके प्रोडक्शन को बढ़ा देता है। इसलिए बॉडी में हेल्दी कोलेस्ट्रॉल मेंटेन करना बहुत जरूरी है। दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, गुड कोलेस्ट्रॉल और बेड कोलेस्ट्रॉल, इनका संतुलन बनाए रखना जरूरी है। शरीर को गुड कोलेस्ट्रॉल हेल्दी फैट से प्राप्त होता है।