आपकी आंखों को लुभाकर भूख बढ़ाने वाला यह स्मोकी इफेक्ट क्या आपकी सेहत के लिए भी अच्छा है? कहीं ये पेट की गंभीर बीमारियों का कारण तो नहीं बन रहा? आइए जानते हैं विस्तार से।
खाना बनाना और परोसना दोनों की एक आर्ट है। इस आर्ट के माहिर अकसर नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। ऐसा ही एक प्रयोग है खाने को स्मोकी इफेक्ट के साथ परोसना। आजकल रेस्तरां, बार और लाउंज में ड्रिंक और फूड्स में एक स्मोकी और फॉगी इफेक्ट दिया जाता है। इसमें खाने से धुआं (Smoke effect on food) जैसा निकलता है। यह आपको काफी कूल और ट्रेंडी लग सकता है। यकीनन आप में से बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो इसे ट्राई करना चाहते हो। पर आपकी आंखों को लुभाकर भूख बढ़ाने वाला यह स्मोकी इफेक्ट क्या आपकी सेहत (Does smoke effect on food is bad) के लिए भी अच्छा है? कहीं ये पेट की गंभीर बीमारियों का कारण तो नहीं बन रहा? आइए जानते हैं विस्तार से।
खाने में स्मोकी इफेक्ट से जुड़ी ये खबरें डराने वाली हैं
कुछ समय पहले बेंगलुरु में 12 साल की बच्ची ने स्मोकी पान खाया और गुड़गांव में एक आदमी ने स्मोकी कॉकटेल पिया जिसके बाद दोनों के पेट में काफी दर्द हुआ। हॉस्पिटल जाने पर पता चला कि दोनों के पेट में छेद हो गया है। इसी साल मार्च में गुड़गांव के एक रेस्तरां में ड्राई आइस को माउथ फ्रेशनर के तौर पर सर्व किया गया। जिसकी वजह से लोगों में माउथ बर्न और खून की उल्टी होने लगी।
इन सभी घटनाओं के मद्देनजर हमें ड्राई आइस से क्रिएट होने वाले फॉग या स्मोक इफेक्ट (Smoke effect on food side effects) के साइड इफेक्ट्स को समझ लेना चाहिए। ताकि एक्साइटमेंट और ट्रेंड को फॉलो करने के चक्कर में अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ न करें।
ये धुआं खाने में कैसे आता है?
हेल्थ कोच गुंजन तनेजा ने डिश रिप्रेजेंटेशन में स्मोकी इफेक्ट जोड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स के बारे में बताया। उन्होंने इन्हें डाइट में शामिल करने के साइड इफेक्ट्स के बारे में भी विस्तार से बताया। खाने में स्मोकी इफेक्ट देने के लिए ड्राई आइस के साथ लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक तरह का केमिकल है और इसका टेंपरेचर 196 डिग्री सेल्सियस होता है। यदि यह केमिकल हमारी स्किन के काॅन्टेक्ट में आता है, तो इससे स्किन सेल्स फौरन फ्रीज हो सकते हैं। जिससे सीरियस कोल्ड बर्न हो सकता है।
इससे भी खतरनाक यह है की लिक्विड नाइट्रोजन पेट में जाकर उसकी अंदरुीन परत (Stomach lining) को नुकसान पहुंचाता है। यह लाइनिंग को पूरी तरह से डिस्ट्रॉय कर सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, इसके कई और गंभीर स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं।
खाने में धुआं और सेहत पर इसके दुष्प्रभाव (Smoke effect on food health hazards)
1.गंभीर जलन का जोखिम
इस तरह के स्मोक को क्रिएट करने में लिक्विड नाइट्रोजन और ड्राई आइस का इस्तेमाल किया जाता है। लिक्विड नाइट्रोजन बहुत ठंडा होता है! अगर इसे ठीक से न संभाला कर इस्तेमाल न किया जाए, तो यह आपकी त्वचा और यहां तक कि आपके इंटरनल ऑर्गन को भी गंभीर रूप से जला सकता है। बहुत से लोगों में इसे खाते या पीते ही मुंह में जलन का अनुभव किया है।
2.रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम
इस इफेक्ट में क्रिएट होने वाले वेपर को अंदर लेने से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, खासकर अगर आपको अस्थमा या अन्य किसी भी प्रकार की रेस्पिरेटरी समस्या है। इसलिए अपनी सेहत को प्राथमिकता दें, और कुछ भी नया ट्राई करने के पहले उसकी पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।
3.इंटरनल डैमेज
लिक्विड नाइट्रोजन तेज़ी से फैलता है, जो आपके शरीर के अंदरूनी ऑर्गन के लिए खतरनाक हो सकता है। विशेष रूप से यह पाचन क्रिया और आपके पेट के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। अगर इसे गलत तरीके से निगला जाए, तो यह टिश्यू और ऑर्गन को नुकसान पहुंचा सकता है।
4.छिपे हुए एडिटिव्स
कुछ स्मोकी खाद्य पदार्थों में ऐसे एडिटिव्स होते हैं, जिन्हें हमेशा लेबल नहीं किया जाता है। केमिकल्स के साथ किसी भी प्रोडक्ट को ऐड करने से पहले पूरे रिसर्च की आवश्यकता होती है, परंतु जरूरी नहीं की हर जगह यह मुमकिन हो, इसलिए खुदको प्रोटेक्ट करना आपकी जिम्मेदारी है। इस प्रकार के देश आपके पाचन क्रिया को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही साथ शरीर के अन्य अंगों पर भी साइड इफेक्ट देखने को मिलता है।
नोट: सुरक्षा सबसे पहले! अगर आप फिर भी इसका लुत्फ़ उठाना चाहती हैं, तो सुनिश्चित करें कि भोजन प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा तैयार किया गया हो, जो लिक्विड नाइट्रोजन को सुरक्षित तरीके से संभालना जानते हों। हालांकि, इससे बेहतर होगा आप इनसे पूरी तरह परहेज रखें और कुछ स्वादिष्ट एवं सुरक्षित विकल्प चुने। याद रखें, सभी प्रकार डिश रिप्रेजेंटेटिव इफैक्ट्स आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते। इसलिए अपने खान-पान के प्रति उचित जानकारी रखें और खुद को सुरक्षित रखें।