आमतौर पर जब हमारी कलाई में दर्द होता है, तो इसे हम चोट लगने से या फिर कंप्यूटर पर देर तक काम करने से जोड़ते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कलाई में दर्द, सूजन या स्टिफनेस कोई आम समस्या नहीं है। यह कई बार रिस्ट अर्थराइटिस के लक्षण हो सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो रूमेटाइड अर्थराइटिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस भी रिस्क की जोड़ में दर्द या सूजन पैदा कर सकती है। इस संबंध में हमने ऑर्थोपेडिक्स, बीएलके मैक्स अस्पताल में डायरेक्टर डॉ. ईश्वर बोहरा से बातचीत की।
रिस्ट अर्थराइटिस क्या है?
उंगली में अर्थराटिस होने के कारण उंगलियों को मोड़ने में तकलीफ होने लगती है। उंगलियों में सूजन हो जाती है, जिससे धीरे-धीरे दर्द बढ़ने लगता है। इसी तरह, कलाई में सूजन और दर्द भी रिस्ट अर्थराइटिस होने की ओर इशारा करता है।
ऑस्टियोअर्थराइटिसः यह बीमारी आमतौर पर बुजुर्ग लोगों को होती है। कुछ लोगों को कीनबॉक्स नाम का डिजीज होता है, जो कि कलाई में ब्लड सप्लाई को बाधित करता है। नतीजतन व्यक्ति को ऑस्टियोअर्थराइटिस हो जाता है।
पोस्ट ट्रॉमेटिक अर्थराइटिसः इस तरह की बीमारी हड्डियों के टूटने या लिगामेंट इंजुरी के कारण होता है। पोस्ट ट्रॉमेटिक अर्थराटिस होने के कारण कलाई की दोनों ओर दर्द होता है। इस तरह की बीमारी चोट लगने के सालों बाद भी हो सकती है।
रूमेटाइड अर्थराइटिसः रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है। यह अक्सर ज्वाइंट्स जैसे कलाई से शुय होती है। इस बीमारी के होने पर भी व्यक्ति की कलाई के दोनों साइड दर्द होने ल गता है। यह मूल रूप से इम्यून से जुड़ी बीमारी है। बीमारी के तहत इम्यूनि सिस्टम हेल्दी सेल्स को क्षति पहुंचाता है।
सोरियाटिक अर्थराइटिसः सोरायसिस एक तरह की स्किन संबंधी बीमारी है। विशेषज्ञों की मानें, तो सोरायसिस से पीड़ित लोगों को अक्सर सोरियाटिक अर्थराइटिस हो जाता है, जिससे उनके ज्वाइंट्स और रिस्ट यानी कलाई में दर्द शुरू हो जाता है।
गाउटः गाउट तब होता है जब ब्लड में बहुत ज्यादा यूरिक एसिड बनने लगता है। यूरिक एसिड, एक प्रकार का टॉक्सिन होता है, जो भोजन पचाने के दौरान बनता है। जब शरीर में अतिरिक्त एसिड बनने लगता है, तो इससे जोड़ां में दर्द और उंगलियों में तकलीफ बढ़ जाती है।
रिस्ट अर्थराइटिस के लक्षण
रिस्ट अर्थराइटिस के कारणों पर उसके लक्षण निर्भर करते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षणों की बात करें, तो वे निम्न हैं-
- उंगलियों और कलाई को हिलाने में दिक्कत होने लगती है।
- उंगलियां या कलाई लाल, गर्म होने के साथ-साथ सूजन हो जाती है।
- कलाई स्टिफ हो जाती है, जिससे हिलाने में दिक्कत होने लगती है।
- कलाई और हाथ में कमजोरी महसूस होने लगती है।
रिस्ट अर्थराइटिस से बचाव
आपको बता दें कि रिस्ट अर्थराटिस से कोई विशेष बचाव नहीं किया जा सकता है। अगर यह बीमारी एक बार होने लगे, तो यह इसे रोकना मुश्किल है। हालांकि, विशेषज्ञों के दिखाने पर वे सप्लीमेंट या अन्य चीजें खाने के लिए दे सकते हैं। हालांकि, इससे बचे रहने के लिए जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल को हेल्दी रखें और डाइट में अच्छी चीजें शामिल करें।