Overall Health

प्रजनन स्वास्थ्य में समस्या होना उतना ही सामान्य है, जितना शरीर के किसी भी अंग या हड्डियों में समस्या होना। इसके उपचार के लिए आपको बेझिझक आगे बढ़ना चाहिए। अगर फर्टिलिटी क्लिनिक के बारे में मन में कुछ संदेह है, तो इसे दूर करने के लिए हम यहां हैं।

तनाव, भागदौड़, महंगाई, बड़े सपने और सोशल स्टेटस ने जीवन को पहले से अधिक जटिल बनाया है। जो चीजें मुश्किल थीं, वे बहुत आसान हो गईं हैं। जबकि जो बहुत आसान था अब वही सबसे ज्यादा जटिल हो गया है। अंतर प्राथमिकताओं में भी आया है। पहले शादी का अर्थ था संतानोत्पत्ति के लिए एक जोड़े का तैयार हाेना। जबकि अब बदलते समय की बदलती अपेक्षाओं में बेबी प्लान करना थोड़ा पीछे चला गया है। जो जोड़े मां-बाप बनना चाहते हैं, वे भी अलग-अलग तरह की मजबूरियों में इसे पीछे धकेलते रहते हैं।

उस पर प्रदूषण और खराब खानपान के कारण भी इनफर्टिलिटी संबंधी समस्याएं देखने में आ रही हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए फर्टिलिटी क्लिनिक हैं। मगर फर्टिलिटी क्लिनिक में क्या होता है और वहां जाकर क्या पूछना है, इस बारे में ज्यादातर जोड़े अनजान होते हैं। अगर आप में भी यह सोचकर संकोच में हैं कि वहां क्या होता है, तो आपकी मदद करने के लिए हम यहां हैं।

डॉ मधुलिका शर्मा, बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ सेंटर में कंसल्टेंट हैं। वे इनफर्टिलिटी की समस्या के कारण, फर्टिलिटी ट्रीटमेंट, काउंसलिंग, टेस्ट और बजट तक सभी जरूरी चीजों के बारे में बात कर रही हैं।

फर्टिलिटी क्लिनिक में क्या होगा
संकोच असामान्य नहीं है, आमतौर पर सभी दंपत्ति हिचकिचाते हैं एक फर्टिलिटी क्लिनिक जाने को लेकर| बाहर से लगता है कि अंदर कैसी दुनिया होगी? कितने सारे टेस्ट्स होंगे? क्या हमें सीधा आईवीएफ के लिए कहेंगे? क्या हमारे अंदर सच में कोई कमी है? लोगो को पता चलेगा, तो वो क्या कहेंगे?

सबसे पहले यह समझिए कि इनफर्टिलिटी भी एक मेडिकल परेशानी है। हम कैंसर या हड्डियों के इलाज से पहले तो इतना नहीं सोचते। फर्टिलिटी क्लिनिक भी किसी सामान्य हस्पताल के जैसे ही होता है। जहां आप डॉक्टर से अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का समाधान मांगने जाते हैं। फर्टिलिटी क्लिनिक में आपके सफर की शुरुआत किसी सुई या मशीन से नहीं, बल्कि बातचीत से होती है। ये संवादत आपको और आपकी समस्या को समझने के लिए होती है।

पहला कदम : शुरुआत सिर्फ सुनने से होती है
पहले दिन जब आप फर्टिलिटी क्लिनिक में आते हैं, तो पहले वहां का स्टाफ आपको सुनता और समझता है। आपको फौरन किसी टेस्ट के लिए नहीं भेजा जाता। सबसे पहले आपका रेजिस्ट्रेशन होता है जहां आपके बारे में सारी जानकारी ली जाती है। यह आवश्यक है, क्योंकि इससे आपकी फाइल बनाई जाती है और आपके सारे टेस्ट के परिणाम और सैम्पल्स चिन्हित और सुरक्षित रखे जाते हैं।

दूसरा कदम : आप और आपकी जीवनशैली को जानना
इसके अलावा डॉक्टर आपके मेडिकल इतिहास से लेकर आपकी दिनचर्या, तनाव, नींद, खानपान – सब कुछ जानते और समझते हैं। यहां तक कि यह भी समझा जाता है कि आप भावनात्मक रूप से फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए तैयार हैं या नहीं। क्योंकि फर्टिलिटी का कोई एक फॉर्मूला नहीं है। हर दंपत्ति की ज़रूरत अलग होती है। इसलिए हम तकरीबन 1 घंटे तक आपको समझते हैं और इसमें कोई जल्दबाज़ी नहीं की जाती है।

तीसरा कदम : जरूरी टेस्ट
फर्टिलिटी जांच सुनकर लोग अक्सर घबरा जाते हैं। सोचते हैं कि पता नहीं कितने सारे टेस्ट्स होंगे। सच्चाई यह है कि शुरूआती टेस्ट्स बहुत ही सरल होते हैं। महिलाओं के लिए हार्मोन टेस्ट, थायरॉयड टेस्ट और एक अल्ट्रासाउंड और पुरुषों के लिए सीमन एनालिसिस, बस इतना ही। इन नियमित टेस्ट्स के बाद आपकी समस्या का बेहतर अंदाजा लगने के बाद डॉक्टर या तो और कोई महत्वपूर्ण टेस्ट्स बताते हैं या फिर आपकी ज़रूरत के हिसाब से ट्रीटमेंट प्लान बनाते हैं।

आईवीएफ के अलावा भी हैं समाधान
यह एक आम मिथ है कि अगर फर्टिलिटी क्लिनिक गए, तो सीधा आईवीएफ ही होगा। लेकिन यह असल में सच्चाई से काफी दूर है। आपको जो भी इलाज बताया जायेगा वह आपकी परेशानी के हिसाब से होगा और हर मामले में आईवीएफ ही इलाज नहीं होता है।

फर्टिलिटी क्लिनिक में कई सारे ऐसे दंपत्ति आते हैं जो जीवनशैली या समय की समस्या के कारण विवाह की पूर्णता ही नहीं कर पाते हैं। इन मामलों में उनको कोई शारीरिक समस्या होती ही नहीं है। इसका इलाज मानसिक तौर पर समझाकर और जागरूक करके ही हो सकता है। फर्टिलिटी क्लिनिक का मक़सद आपको आईवीएफ कराना नहीं होता है, बल्कि आपका माता-पिता बनने का सपना पूरा करना होता है और इसके कई रास्ते हो सकते हैं।

यहां केवल एक डॉक्टर नहीं, पूरी टीम मिलती है
फर्टिलिटी क्लिनिक में उपचार के लिए सिर्फ एक डॉक्टर नहीं होता, बल्कि इसमें कई डॉक्टर शामिल होते हैं। जब आप फर्टिलिटी क्लिनिक में जाते हैं, तो आपको काउंसलर, न्यूट्रिशनिस्ट, एंड्रोलॉजिस्ट, एम्ब्रायोलॉजिस्ट की एक पूरी टीम मिलती है। हर कोई एक ही लक्ष्य के लिए काम करता है – आपको शांति और भरोसे के साथ मां-बाप बनने का रास्ता देना।

खर्च को समझना भी है ज़रूरी
फर्टिलिटी ट्रीटमेंट सिर्फ मेडिकल नहीं होती है, इससे जुड़े होते हैं आपके सपने, आपकी भावनाएं। इस सपने के लिए आप अपनी मेहनत की कमाई लगते हैं। यह ज़रूरी है कि आपका फर्टिलिटी क्लिनिक इस बात की भी क़ीमत समझे। यह ज़रूरी है कि आप एक ऐसे फर्टिलिटी क्लिनिक जाएं जहां एक फाइनेंशियल काउंसलर हो जो आपको सारा खर्च पारदर्शिता के साथ बताए।

पहले दिन रजिस्ट्रेशन और डॉक्टर कंसल्टेशन के बाद फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के पूरे खर्च की जानकारी पूरे विवरण के साथ बताई जानी चाहिए। फाइनेंशियल काउंसलर आपको हर एक टेस्ट, हर एक प्रक्रिया और हर संभावित क़दम का स्पष्ट और चरणबद्ध व्यय बताए, यह भी जरूरी हैं। ना कोई छुपे हुए शुल्क और ना कोई बाद में आने वाला सरप्राइज – केवल पूरी पारदर्शिता।

यह समझना आवश्यक है कि इलाज का फैसला तभी आत्मविश्वास से लिया जा सकता है, जब आपको हर पहलू की सही जानकारी हो – मेडिकल हो या आर्थिक। इसके लिए आजकल आपके पास ईएमआई का भी विकल्प होता है। ताकि आप निश्चिंत होकर अपने परिवार के बारे में फैसले ले सकें।

समझदारी, संवेदना और साथ
फर्टिलिटी ट्रीटमेंट का सफर बेहद निजी होता है। कई बार दंपत्ति भावनात्मक रूप से थक जाते हैं, परेशान हो जाते हैं। ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि आपका फर्टिलिटी क्लिनिक आपको इमोशनल सपोर्ट भी दे और हर कदम पर आपके साथ रहे। जजमेंट से दूर, प्रोत्साहन के साथ।

हर कदम है जरूरी
फर्टिलिटी क्लिनिक जाना किसी और मेडिकल समस्या के लिए एक हस्पताल में जाने जैसा ही है। यह समझना ज़रूरी है कि फर्टिलिटी उम्र के साथ घटती है और इसलिए सही समय पर एक्सपर्ट से सलाह लेना काफी मददगार साबित हो सकता है। कई बार जवाब बहुत आसान होता है, बस हमें सही समय पर, सही जगह पर बात करनी होती है।

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