Homeहेल्थ टिप्सहेल्थ इंश्योरेंस के इस पहलु का ध्यान अवश्य रखें, वरना हो सकता...

हेल्थ इंश्योरेंस के इस पहलु का ध्यान अवश्य रखें, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान

स्वास्थ्य बीमा आपके लिए हमेशा काम आता है, बीमारी और दुर्घटनाएं बताकर नहीं आती ऐसे में ये आपको बहुत मदद करती हैं। अगर आपने बीमा लेते समय ध्यान नहीं देंगे तो बीमा होने के बावजूद आपको इलाज या किसी और सुविधा के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य बीमा में कई पहलू होते हैं जिनके बारे में आपको बहुत अधिक स्पष्टीकरण की आवश्यकता होती है। इनमें से एक कमरे के किराए की सीमा (Room Rent Limit) है। ऐसे इलाज जहा आपको भर्ती होने की ज़रूरत पड़ जाती हैं, वहां इसकी महत्ता बहुत बढ़ जाती है।

रूम रेंट लिमिट है क्या?
स्वास्थ्य बीमा योजना में रूम रेंट लिमिट वह सीमा है, जिसमें अस्पताल के कमरे या बिस्तर के शुल्क को कवर किया जाता है। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के हेल्थ बिज़नेस के हेड श्रीराज देशपांडे ने बताया कि रूम रेंट वह शुल्क है जिसे अस्पताल रूम और बोर्डिंग खर्च के लिए आपसे वसूलते हैं। रूम रेंट कि एलिजिबिलिटी या सब-लिमिट आपकी पालिसी में स्कोप ऑफ़ कवर के अंदर लिखा होता है। आमतौर पर यह सीमा कुल बीमा राशि का लगभग 1 से 2 प्रतिशत (प्रति दिन) के हिसाब होती है।

हेल्थ इंश्योरेंस में कितने प्रकार के रूम रेंट कवरेज उपलब्ध हैं?
रूम रेंट कवरेज चार प्रकार के होते हैं – बिना सब-लिमिट के रूम रेंट, को-पेमेंट्स के साथ रूम रेंट, खास तरह के रूम के लिए रेंट कवर और ऐड-ऑन कवर के रूप में सब-लिमिट के बिना रूम रेंट। रूम रेंट कि सीमा आपकी पालिसी के आधार पर होती है।

आपके लिए बेहतर कौन सा है?

आमतौर पर बिना सब-लिमिट के रूम रेंट पसंदीदा विकल्प हैं क्योंकि यह कमरे के किराए की सीमा के बिना पसंद के कमरे को चुनने का मौका देता है। को-पेमेंट के साथ कमरे का किराया, बीमाधारक को केवल को-पेमेंट के आधार पर निर्धारित सीमा से अधिक खर्च के लिए भुगतान करने में मदद करता है। इस बीच, खास कमरे के प्रकार के साथ रूम रेंट कवर बीमाधारक को कमरे चुनने की अनुमति देता है। ऐड-ऑन कवर के रूप में उप-सीमा के बिना रूम रेंट को कुछ भुगतान करके चुना जा सकता है।

बीमा लेते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
इलाज के खर्च में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, इसका अस्पताल के कमरे के किराए सीधी तौर पर जुड़ा होता है।
रूम रेंट को बीमा के समय जरूर देखना चाहिए और इस बात को ध्यान में रखे की इसका अनुपात बीमा और आज के खर्च के हिसाब से हो। आपको रूम रेंट अस्पताल के खर्च के हिसाब से चुनना चाहिए।